tag:blogger.com,1999:blog-76028914783070331.post6306839755206856576..comments2023-02-08T13:38:19.732+05:30Comments on रवि पुरोहित: सहाराRAVI PUROHIThttp://www.blogger.com/profile/13827440407380898601noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-76028914783070331.post-60134885819623404282009-12-01T18:33:16.054+05:302009-12-01T18:33:16.054+05:30आपके रचनात्मक लेखन की दिशादृष्टि चिरन्तन दृष्टि ही...आपके रचनात्मक लेखन की दिशादृष्टि चिरन्तन दृष्टि ही नहीं अपितु जीवन्त ज्योति का प्रतीक है । आज हिन्दी तथा राजस्थानी को गरिमायुक्त स्थान दिलाने के लिए चहुँ ओर से सकारात्मक प्रयासों को द्रृत गति से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है । इस दिशा में आपके प्रयास स्तुत्य हैं । <br />पुष्कल हृदयाभिनन्दन एवं सर्व विध मांगल्यकामनाएँ । <br /> डा. राधाकिशन सोनीDR R K SONI, SRIDUNGARGARHhttps://www.blogger.com/profile/12542215019833911760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-76028914783070331.post-54034011706004667072009-11-21T07:21:22.226+05:302009-11-21T07:21:22.226+05:30समय-समाज के संदर्भ में लेखक की सर्जनात्मकता उजागर ...समय-समाज के संदर्भ में लेखक की सर्जनात्मकता उजागर होती हैमनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com